दिल्ली का लाल किला का सच: The Truth about Lal Kila
Who built Lal Kila : A Truth
दिल्ली का लाल किला किसने बनाया : एक सच
दिल्ली का लाल किला ( Lal Kila ) के बारे में कई किबंतियाँ प्रचलित हैं | अगर हर एक को बिस्तार से चर्चा किया जाय तो यह दावा कि इसका निर्माण शाहजहाँ के द्वारा हुवा था खोखला प्रतित होता है |
साक्ष-परीक्षा:
इसका सबसे बड़ा प्रमाण तो यही है कि तारीखे फिरोजशाही के पृष्ट संख्या 160 (ग्रन्थ ३) में लेखक लिखता है कि सन 1296 के अंत में जब अलाउद्दीन खिलजी अपनी सेना लेकर दिल्ली आया तो वो कुश्क-ए-लाल ( लाल प्रासाद/ महल ) की ओर बढ़ा और वहां उसने आराम किया| सिर्फ इतना ही नहीं अकबरनामा और अग्निपुराण दोनों ही जगह इस बात के वर्णन हैं कि महाराज अनंगपाल ने ही एक भव्य और आलिशान दिल्ली का निर्माण करवाया था| शाहजहाँ से 250 वर्ष पहले ही 1398 ईस्वी में एक अन्य जेहादी तैमूरलंग ने भी पुरानी दिल्ली का उल्लेख किया हुआ है (जो कि शाहजहाँ द्वारा बसाई बताई जाती है)| यहाँ तक कि लाल किला ( Lal kila ) के एक खास महल मे सुअर (वराह) के मुँह वाले चार नल अभी भी लगे हुए हैं क्या ये शाहजहाँ के इस्लाम का प्रतीक चिन्ह है या हिंदुत्व के प्रमाण?
The Real Truth About Lal kila
अर्थात सरांस यही है कि लाल किले ( Lal Kila ) का निर्माण शाहजहाँ के द्वारा नहीं किया गया था बल्कि शाहजहाँ ने इस पूर्व महल में हेर फेर करके उसे अपना नाम देने कि कोशिश भर की थी | सत्य को अधिक दिनों तक छिपाया नहीं जा सकता, यह उक्ति यहाँ बखूबी लागु होती प्रतित होती है | इस सन्दर्भ में आखिर दिल्ली का नाम दिल्ली, कैसे पड़ा, जानकारी भी अति महत्वपूर्ण है, आइये इसे जाने ।
!!! सत्यं शिवम् सुन्दरम् !!!
Reference: From the article of Prof. Purushottam Nagesh Oak
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A truth story of Red Fort