वर्ण व्यवस्था: हिन्दूवाद और जातिवाद का एक सामाजिक सच

भारत में वर्ण व्यवस्था और जातिवाद तथा एक दुसरे में इनका हस्तछेप भारतीय समाज का विभक्ति करण वर्ण व्यवस्था और जातिवाद पर आधारित है। इसके लिए किसी साक्छ्य की जरूरत नहीं क्योंकि आज की परिस्थिति में यह एक सारभोम्य सत्य है ।
लेकिन आइये यह

पुष्कर मंदिर: ब्रह्मा जी का अति प्राचीन मंदिर

अजमेर का पुष्कर मंदिर पुष्कर !! यहाँ ब्रह्मा जी का एक मन्दिरहै।  पुष्कर अजमेर शहर से १४ की.मी दूरी पर स्थित है।  आखिर क्यूं है ब्रह्माजी  का सिर्फ 'एक ही मंदिर ? आखिर क्या छुपा है 'रहस्य' यहाँ ? क्या आप जानते हैं कि क्यों नहीं होती ?

कलाई पर मौली क्यों बांधते हैं?

Religious Importance of  Sacred Thread around Wrist of Hindus कलाई पर बधे मौली या कलावा का हिन्दुओं के लिए आखिर क्या है धार्मिक महत्व ??? पूजा की सजी थाली हो, और उसमें हो रोली-मोली, धुप दीप क्व वास, अचानक ही यह उपक्रम, वातावरण में एक

प्रदूषण की समस्या और समाधान क्या प्राचीन भारतीय-विधा से संभव है?

सारा विश्व प्रदूषण की गंभीर समस्या से जूझ रहा है । पर्यावरण प्रदूषण या वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण या फिर रासायनिक प्रदूषण कहीं भी शांति नहीं हैं। प्रदूषण की समस्या और समाधान आखिर क्या हो ?
भारत के कुछ शहरों का हाल तो बहुत ही बुरा है।